Afsana Likh Rahi Hoon Dil-E-Bekaraar Kaa Hindi Song Lyrics
अफ़सान लिख रही हूँ दिल-ए-बेक़रार काआँखोँ में रंग भर के तेरे इंतज़ार का
अफ़साना लिख रही हूँ…
जब तू नहीं तो कुछ भी नहीं है बहार में
जी चाहता है मूँह भी न देखूँ बहार का
आँखोँ में रंग भर के तेरे इंतज़ार का
अफ़सान लिख रही हूँ दिल-ए-बेक़रार का
आँखोँ में रंग भर के तेरे इंतज़ार का
अफ़साना लिख रही हूँ…
हासिल हैं यूँ तो मुझको ज़माने की दौलतें
लेकिन नसीब लाई हूँ इक सोग़वार का
आँखोँ में रंग भर के तेरे इंतज़ार का
अफ़सान लिख रही हूँ दिल-ए-बेक़रार का
आँखोँ में रंग भर के तेरे इंतज़ार का
अफ़साना लिख रही हूँ…
आजा कि अब तो आँख में आँसू भी आ गये
साग़र छलक उठा मेरे सब्र-ओ-क़रार का
आँखोँ में रन्ग भर के तेरे इंतज़ार का
अफ़सान लिख रही हूँ दिल-ए-बेक़रार का
आँखोँ में रंग भर के तेरे इंतज़ार का
अफ़साना लिख रही हूँ…
- गीतकार : शकिल बदायुनी,
- गायक : उमा देवी,
- संगीतकार : नौशाद,
- चित्रपट : दर्द (१९४७)
अफ़सान लिख रही हूँ दिल-ए-बेक़रार का हिंदी लिरिक्स
Afsana Likh Rahi Hoon Dil-E-Bekaraar KaaAankhon mei rng bhar ke tere intajaar kaa
Jab tu nahin to kuchh bhi nahin hai bahaar men
Ji chaahataa hai muanh bhi naa dekhu bahaar kaa
Haasil hain yuan to mujh ko jamaane ki daulate
Lekin nasib laai huan ek sogawaar kaa
Ajaa ke ab to aankh men aansu bhi a gaye
Saagar chhalak uthhaa mere sabar-o-karaar kaa
- Movie : Dard (1947)
- Starring : Munawwar Sultana, Suraiya,
- Lyricist : Shakeel Badayuni,
- Singer : Uma Devi,
- Music Director : Naushad,