Chhedo Na Zulfe Sab Log Kya Kahenge / छेड़ो न मेरी ज़ुल्फ़ें (सब लोग क्या कहेंगे / Ganga Ki Lahren (1964)
Chhedo Na Zulfe Sab Log Kya Kahenge-Hindi Lyrics
छेड़ो न मेरी ज़ुल्फ़ें सब लोग क्या कहेंगे – 2हमको दीवाना तुमको काली घटा कहेंगे – 2
छेड़ो न मेरी ज़ुल्फ़ें…
आती है शर्म हमको रोको ये प्यारी बातें – 2
जो तुमको जानते हैं वो जानते हैं तुम्हारी घातें
तुम कह लो शर्म इसको हम तो अदा कहेंगे – 2
छेड़ो न मेरी ज़ुल्फ़ें…
मैं प्यार हूँ तुम्हारा मेरा सलाम ले लो – 2
तुम इसको प्यार समझो तुम इसको चाहत का नाम दे लो
लेकिन ज़माने वाले इसको ख़ता कहेंगे – 2
हमको दीवाना तुमको…
तौबा मेरी नज़र के मस्ती भरे इशारे
देखेंगे हमको तुमको जो मुस्करा के सब नज़ारे
उल्फ़त में दो दिलों को बहका हुआ कहेंगे – 2
हमको दीवाना तुमको…
फ़िल्म: गंगा की लहरें / Ganga Ki Lahren (1964)
गायक/गायिका: लता मंगेशकर, किशोर कुमार
संगीतकार: चित्रगुप्त
गीतकार: मज़रूह सुल्तानपुरी
अदाकार: किशोर कुमार, कुमकुम
छेड़ो न मेरी ज़ुल्फ़ें (सब लोग क्या कहेंगे हिंदी लिरिक्स
Chhedo Na Zulfe Sab Log Kya Kahenge-छेड़ो न मेरी ज़ुल्फ़ें (सब लोग क्या कहेंगे हिंदी लिरिक्स
Chhedo Na Zulfe Sab Log Kya Kahenge / छेड़ो न मेरी ज़ुल्फ़ें (सब लोग क्या कहेंगे / Ganga Ki Lahren (1964)
Reviewed by Unknown
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दिसंबर 18, 2016
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