Kaifi Azmi - Happy Birthday
कैफ़ी आज़मी ने उर्दू को सिनेमा परदे पर एक खास पहचान दिलाई. और फिल्मों के लिए कई गीत व ग़ज़लें भी लिखीं आज भी उनके लिखे नगमों को गुनगुनाया जाता है. ये दुनिया ये महफिल मेरे काम की नहीं, चलते चलते युही कोई मिल गया था, साथ ही देशभक्ति के भी गीत लिखे "कर चले हम फिदा, जान-ओ-तन साथियों"क़ैफ़ी आज़मी का जन्म उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले के छोटे से गाँव मिजवां में 14 जनवरी 1919 में हुआ. 11 साल की उम्र में उन्होंने अपनी पहली गज़ल लिखी।
क़ैफ़ी आज़मी को राष्ट्रीय पुरस्कार के अलावा कई बार फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला।
1974 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया।